कक्षा 9 हिंदी के पाठ -रहीम के सभी 11 दोहे इस विडियो में अर्थ सहित बताये गए हैं.
आशा है ,आपके लिए यह Video उपयोगी होगी.
- रहिमन धागा प्रेम का, मत तोड़ो चटकाय।टूटे से फिर ना मिले, मिले गाँठ परि जाय॥
- रहिमन निज मन की बिथा, मन ही राखो गोय।सुनि अठिलैहैं लोग सब, बाँटि न लैहै कोय॥
- एकै साधे सब सधै, सब साधे सब जाय।रहिमन मूलहिं सींचिबो, फूलै फलै अघाय॥
- चित्रकूट में रमि रहे, रहिमन अवध-नरेस।जा पर बिपदा पड़त है, सो आवत यह देस॥
- दीरघ दोहा अरथ के, आखर थोरे आहिं।ज्यों रहीम नट कुंडली, सिमिटि कूदि चढ़ि जाहिं॥
- धनि रहीम जल पंक को लघु जिय पियत अघाय।उदधि बड़ाई कौन है, जगत पिआसो जाय॥
- नाद रीझि तन देत मृग, नर धन देत समेत।ते रहीम पशु से अधिक, रीझेहु कछू न देत॥
- बिगरी बात बनै नहीं, लाख करौ किन कोय।रहिमन फाटे दूध को, मथे न माखन होय॥
- रहिमन देखि बड़ेन को, लघु न दीजिये डारि।जहाँ काम आवे सुई, कहा करे तरवारि॥
- रहिमन निज संपति बिन, कौ न बिपति सहाय।बिनु पानी ज्यों जलज को, नहिं रवि सके बचाय॥
- रहिमन पानी राखिए, बिनु पानी सब सून।पानी गए न ऊबरै, मोती, मानुष, चून॥