Thursday, March 29, 2018

1.Lekhak Parichay हजारी प्रसाद द्विवेदी Hazari Prasad Dwiwedi


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बचपन का नाम: बैजनाथ द्विवेदी।
जन्म: 1907 ई.
मृत्यु : 19 मई, 1979

 जन्म-स्थान: आरत दुबे का छपरा, बलिया (उत्तर प्रदेश)।

 शिक्षा: संस्कृत महाविद्यालय, काशी में।
1929 में संस्कृत साहित्य में शास्त्री और 1930 में ज्योतिष विषय लेकर शास्त्राचार्य की उपाधि।


  •  8 नवम्बर, 1930 को हिन्दी शिक्षक के रूप में शान्तिनिकेतन में कार्यारम्भ; 
  • वहीं 1930 से 1950 तक अध्यापन
  •  सन् 1950 में काशी हिन्दू विश्वविद्यालय में हिन्दी प्राध्यापक और हिन्दी विभागाध्यक्ष; 

  • सन् 1960-67 में पंजाब विश्वविद्यालय, 
  • चंडीगढ़ में हिन्दी प्राध्यापक और विभागाध्यक्ष;
  • 1967 के बाद पुनः काशी हिन्दू विश्वविद्यालय में; कुछ दिनों तक रैक्टर पद पर भी। 

  • हिन्दी भवन, विश्वभारती के संचालक 1945-50;
  •  ‘विश्व-भारती’ विश्वविद्यालय की एक्ज़ीक्यूटिव काउन्सिल के सदस्य 1950-53;

  •  काशी नागरी प्रचारिणी सभा के अध्यक्ष 1952-53; 

  • साहित्य अकादेमी, दिल्ली की साधारण सभा और प्रबन्ध-समिति के सदस्य;
  •  राजभाषा आयोग के राष्ट्रपति-मनोनीत सदस्य 1955; 
  • जीवन के अन्तिम दिनों में उत्तर प्रदेश हिन्दी संस्थान के उपाध्यक्ष रहे। 

  • नागरी प्रचारिणी सभा, काशी के हस्तलेखों की खोज (1952) तथा साहित्य अकादेमी से प्रकाशित नेशनल बिब्लियोग्राफी (1954) के निरीक्षक। 



सम्मान:

  1. लखनऊ विश्वविद्यालय से सम्मानार्थ डॉक्टर ऑफ लिट्रेचर उपाधि (1949), 
  2. पद्मभूषण (1957), 
  3. पश्चिम बंग साहित्य अकादेमी का टैगोर पुरस्कार 
  4. तथा केन्द्रीय साहित्य अकादेमी पुरस्कार (1973)।


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