Your doubts and my answers:
Ans:पिंटू ,आपकी कक्षा[१०] के स्तर पर यही उत्तर दे सकती हूँ कि वेदांत को मानने वाले वेदान्तवादी होते हैं ,सरल शब्दों में ये उपनिषदों के ज्ञानी होते हैं[Highly intellectual ]। अद्वैत वेदान्तवादी ब्रह्म को प्रधान मानते हैं और जीव व् जगत को उससे अभिन्न मानते हैं जबकि द्वैत वेदान्तवादी मानते हैं कि जगत् और जीव ईश्वर से भिन्न हैं लेकिन ईश्वर द्वारा नियंत्रित हैं।
Ans: Shatkshi, shlok..vachyvastvya....kulsy? ka arth check at 29:53
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Gandrav vivah means?
रितिका बहुत अच्छा प्रश्न किया ,इसका उत्तर है: पुराने समय में विवाह के जो आठ प्रकार मान्य थे, उनमें से एक है गंधर्व विवाह ।परिवार वालों की सहमति के बिना वर और कन्या का बिना किसी रीति-रिवाज के [अग्नि के केवल ३ फेरों में ] विवाह कर लेना 'गंधर्व विवाह' कहलाता है।दुष्यंत ने शकुन्तला से 'गंधर्व विवाह' ही किया था ,वे उनसे वन में मिले थे :) आज के समय में जिसे हम 'लव मेरिज' कहते हैं ।ये विवाह भी लोकभावना के ही विरुद्ध होता था!
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INU SHARMA
Ans:पिंटू ,आपकी कक्षा[१०] के स्तर पर यही उत्तर दे सकती हूँ कि वेदांत को मानने वाले वेदान्तवादी होते हैं ,सरल शब्दों में ये उपनिषदों के ज्ञानी होते हैं[Highly intellectual ]। अद्वैत वेदान्तवादी ब्रह्म को प्रधान मानते हैं और जीव व् जगत को उससे अभिन्न मानते हैं जबकि द्वैत वेदान्तवादी मानते हैं कि जगत् और जीव ईश्वर से भिन्न हैं लेकिन ईश्वर द्वारा नियंत्रित हैं।
Ans: Shatkshi, shlok..vachyvastvya....kulsy? ka arth check at 29:53
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Gandrav vivah means?
रितिका बहुत अच्छा प्रश्न किया ,इसका उत्तर है: पुराने समय में विवाह के जो आठ प्रकार मान्य थे, उनमें से एक है गंधर्व विवाह ।परिवार वालों की सहमति के बिना वर और कन्या का बिना किसी रीति-रिवाज के [अग्नि के केवल ३ फेरों में ] विवाह कर लेना 'गंधर्व विवाह' कहलाता है।दुष्यंत ने शकुन्तला से 'गंधर्व विवाह' ही किया था ,वे उनसे वन में मिले थे :) आज के समय में जिसे हम 'लव मेरिज' कहते हैं ।ये विवाह भी लोकभावना के ही विरुद्ध होता था!
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