रोग से मुक्त /तत्पुरुष समास
गजानन = गज है जिसका आनन अर्थात गणेश / बहुव्रीहि समास
धनी-मानी =धनी और मानी -द्वंद्व समास
मुरलीधर= मुरली जिसने है धारण की अर्थात श्रीकृष्ण बहुब्रीहि समास
सप्तद्वीप =द्विगु समास
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दोपहर =दो पहरों का समाहार --द्विगु समास
अंशुपति =किरणों का स्वामी अर्थात सूर्य ---बहुव्रीहि समास
गृहप्रवेश =गृह में प्रवेश --तत्पुरुष समास
पंचतंत्र = पाँच तंत्रों का समाहर ---द्विगु समास
राजा-रंक =राजा और रंक ------द्वंद्व समास
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