Sunday, June 30, 2019

Raidas ke Pad/ Explanation रैदास के पद व्याख्या Sparsh NCERT





ऐसी लाल तुझ बिनु कउनु करै ।​



गरीब निवाजु गुसाईआ मेरा माथै छत्रु धरै ॥​



जाकी छोति जगत कउ लागै ता पर तुहीं ढरै ।​



नीचउ ऊच करै मेरा गोबिंदु काहू ते न डरै ॥​



नामदेव कबीरू तिलोचनु सधना सैनु तरै ।​



कहि रविदासु सुनहु रे संतहु हरिजीउ ते सभै सरै ॥

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अब कैसे छूटै राम नाम रट लागी ।​



प्रभु जी, तुम चंदन हम पानी , जाकी अँग-अँग बास समानी ।​



प्रभु जी, तुम घन बन हम मोरा , जैसे चितवत चंद चकोरा ।​



प्रभु जी, तुम दीपक हम बाती , जाकी जोति बरै दिन राती ।​



प्रभु जी, तुम मोती हम धागा , जैसे सोनहिं मिलत सुहागा ।​



प्रभु जी, तुम तुम स्वामी हम दासा , ऐसी भक्ति करै रैदासा ।​

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